खट्टी चटपटी कढ़ी (Spice Curry)
खट्टी चटपटी कढ़ी (Spice Curry)
कढ़ी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, बिहार आदि (etc) जगहों का फेमस (Famous) व्यंजन है | इसे बनाने का तरीका हर जगह का अलग-अलग होता है | उरद, मुंग बेसन, आंवले आदि (etc) का कढ़ी बनता है | यह बहुत ही पसंद किया जाने वाला व्यंजन होता है | इसे “भारतीय” तो खाना पसंद करते ही है, साथ ही साथ “भारत आने वाले विदेशी” भी इसे खाना बहुत पसंद करते हैं |
यह बहुत ही कम समय में आसानी से बन जाने वाला वयंजन होता है | इसे लोग आमतौर पर दोपहर के खाने में या फिर रात के खाने में खाना पसंद करते है | कढ़ी चावल बड़ों के साथ साथ बच्चों का भी प्रिय खाना होता है | अक्क्सर लोग कढ़ी चावल के साथ हरी चटनी, आम की चटनी, या आम का आचार, आम की कचरी खाना बहुत ही पसंद करते है |
यह बनाने में जितना आसान होता है, कढ़ी उतना ही हेल्थ के लिए भी अच्छा होता है |
1. कढ़ी ,मुंग,उरद,बेसन, आंवला और सिर्फ-दही का भी बनता है,जो खाना हेल्थ के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है |
2. कढ़ी में छांछ या दही का घोल या निम्बू जरूर डाला जाता है, जो ये भी खाना हमारे हेल्थ के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है |
आज हम कढ़ी बाजार में मिलने वाली बेसन या चना बेसन का नहीं बल्कि घर पर ही चना-दाल से हम कढ़ी और चना दाल से ही इसकी पकोड़ी भी बनायेगे | यह कढ़ी बिलकुल मुँह में घुल जाने वाली कढ़ी होती है, इसकी पकोड़ी भी सख्त न होकर बहुत ही मुलायम (Soft) होती है , घर पर ही दाल पीस कर बनाने पर यह कढ़ी और हेल्थी भी होता है, इसमें बाजार का कोई मिलावट भी नहीं होता है | चना दाल की कढ़ी बहुत ही स्वादिष्ट और लाजवाब बनती है |
सामग्री – (Ingredients)
- चना दाल (Chickpeas Split) – 1 कप छोटी कटोरी(250 g)
- दही (Curd) – 1 कप (100 g)
- (या) निम्बू (Lemon) – 1
- सरसों तेल (Mustard Oil) – 2 छोटा चम्मच
- लहसन की कलियाँ (Garlic) – 5-6
- लाल मिर्च (Red Chili) – 7-8
- हींग (Asafoetida) – 1 चुटकी (1 pinch)
- पचफोरन (Five Spice) – 1/2 छोटा चम्मच
- (या)जीरा (Cumin Seeds) – 1/2 छोटा चम्मच
- हल्दी पाउडर (Turmeric) – 1 छोटा चम्मच
- पानी (Water) – 1-2 ग्लास पानी (कढ़ी के लिए)
- नमक (Salt) – स्वादनुसार (2-3 छोटे चम्मच)
कढ़ी की पकोड़ी बनाने की सामग्री
(या) पकोड़ी की सामग्री – (Fritter’s Ingredients)
- लहसन (Garlic) – 3-4
- हरी मिर्च (Green Chili) – 5-6
- नमक (Salt) – स्वादनुसार(1 छोटा चम्मच)
- जीरा (Cumin Seeds) – 1/2 छोटा चम्मच
- हरी धनिया पत्ती (Coriander Leaves) – 1-2 चम्मच बारीक़ कटा हुआ
- (पकोड़ी तलने के लिए) घी (Clarified Butter) – 1 कटोरी
कढ़ी तड़के के लिए – (For Tempering)
- सरसों तेल (Mustard oil) – 2 छोटा चम्मच
- करी पत्ता (Curry Leaves) – 4-5
- राइ (Mustard Seeds) – 1/2 छोटा चम्मच
- लाल मिर्चा (Red Chili) – 1-2 कटा हुआ
बनाने की विधि (Preparation Method/ Recipe)
नोट — सबसे पहले आपको जब भी कढ़ी बनानी हो, तो आप चना दाल को 4-5 घंटे (Hour) पहले ही भींगा दें, जिससे दाल अच्छे से भींग या फुल जाये | जब दाल अच्छी तरह से भीग जाये, तब दाल से अतिरिक्त (Extra) पानी को निकाल कर अलग रख लेना चाहिए |
4-5 घंटे दाल पानी में भींगे होने के कारण पानी में दाल के सभी पोषक तत्त्व पानी में आ जाते हैं | दाल पीस लेने के बाद भी जो दाल का पानी बच जाता उसे कढ़ी बनाते समय डाल लेना चाहिए |
step1 – जब दाल अच्छे से भींग गयी हो (या है), तो सबसे पहले हम भींगे हुए दाल में से छोटी एक कटोरी दाल निकाल कर हम अलग रख लें, बाकि चना दाल को पकोड़ी बनाने के लिए पिसेंगे | अब हम दाल को पकोड़ी के लिए अलग और कढ़ी-घोल के लिए अलग यानि हम 2 भाग(Part) में चना दाल को पिसेंगें |
A – हम पकोडी के लिए दाल को पिसेंगे – इसके लिए आप दाल को एक मिक्सी जार में डालकर दाल पिसेंगे | दाल को पीसने के लिए आप भींगे हुए दाल का पानी ही डालकर दाल को पीसें | जिस से भिंगाये हुए दाल का पानी बर्बाद नहीं होता है | अब इस पिसे हुए चना दाल को किसी प्लेट या बाउल में निकाल लें |
B – कढ़ी के लिए दाल का पेस्ट बनाएंगे – भींगे हुए दाल में से एक छोटी कटोरी दाल हमने जो अलग रखी थी उसी दाल को मिक्सी जार में ले कर बिलकुल स्मूथ पेस्ट पीस कर तैयार करें | अब इस पेस्ट को आप एक बाउल में निकाल कर इस पेस्ट में ही एक छोटी कटोरी दही को मिलाये | दही पेस्ट में तब तक मिक्स करें जब तक दही पेस्ट में मिलकर क्रीम जैसा न हो जाये | जब दही और पेस्ट अच्छे से मिक्स हो जाये तब इसमें १ छोटा चम्मच नमक मिला कर इसे ढँक कर रखे |
step2 – अब हम फिर से 2 भाग(Part) मसाला पिसेंगे | पकोड़ी के लिए अलग और कढ़ी के लिए अलग मसाला पीसेंगे |
A – पकोड़ी का मसाला पिसेंगे – जिसके लिए हम हरी मीर्च- 6-7, जीरा-1/2 छोटा चम्मच, लहसन की कली- 3-4, को एक मिक्सी जार में लेकर इन सभी को (1-2 राउंड में) दरदरा () पीस लेंगे, अब इस मसाले या पेस्ट को आप किसी बाउल में निकल के रख लें |
B – कढ़ी का मसाला पिसेंगे – अब इसी जार में लालमिर्च 7-8, लहसन की कली-5-7 ले कर पानी की सहायता से इसे स्मूथ पेस्ट बना लें, या बिलकुल महीन आप सील-बट्टे पर भी पीस सकती हैं | इस तरह से कढ़ी और पकोड़ी का मसाला बन के तैयार हो गया है |
नोट– यंहा कढ़ी और पकोड़ी दोनों का मसाला अलग-अलग पीस कर तैयार है चना दाल भी पीस गया है | सबसे पहले हम कढ़ी के लिए पकोड़ी, फिर कढ़ी बनाएंगे |
step3 – कढ़ी की पकोड़ी बनाने की विधि –
1- सबसे पहले आप एक कढ़ाई या पैन में 1 बड़ी कटोरी घी या ओलिव आयल डाल कर घी को तेज़ आंच पर गर्म करें |
2- जब तक घी गर्म हो रहा हम पकोड़ी का बैटर बना के तैयार कर लेंगे | इसके लिए आप पकोड़ी के लिए पीसा हुआ चना दाल लेकर इसमें लहसन, हरी मिर्च, जीरा का दरदरा पेस्ट मिलाएंगे पेस्ट मिल जाने के बाद इसमें 1 छोटा चम्मच नमक, 1/2 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर, और धनिया-पत्ति डाल कर फिर से सभी सामान को अच्छे से चना दाल के पेस्ट में मिलाएंगे |
3- अब घी अच्छे से गर्म हो गया है, घी में अपने हाथो की सहायता से या फिर किसी चम्मच की सहायता से घी में पकोड़ी डालें, एवं पकोड़ी को अलट पलट कर लाल करें | जब पकोड़ी अच्छे से लाल हो जाये तब पकोड़ी को किसी प्लेट या थाली में निकाल लें |
4- इसी प्रकार से कढ़ी के लिए सारे पकोड़े बना कर तैयार कर लें |
step4 – कढ़ी या कढ़ी का घोल बनाने की विधि –
1- सबसे पहले आप एक कुकर () या कढ़ाई (मोटे तल का) लें, अब इसमें आप 1 बड़ा या 2 छोटा चम्मच सरसों का तेल डाल कर तेल को तेज़ आंच पर गर्म करें |
2- जब तेल अच्छे से गर्म हो जाये तब आंच मध्यम कर तेल में 1 चुटकी हींग, 1/2 छोटा चम्मच पचफोरन(या सरसों), डाल कर सभी को तड़कने दें |
3- जब पचफोरन तड़कने लगे, तब इसमें लहसन,लाल-मिर्च का पेस्ट व 1 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर, 1/2 कप पानी डाल कर कुकर या कढ़ाई को किसी प्लेट से अच्छे से ढँक दें, और गैस के आंच को धीमा-धीमा कर के मसाला को 4-5 मिनट तक अच्छे से पकने दें, जिससे मसाला जलता भी नहीं है और मसाला जल्दी से पक कर तेल छोड़ देता है या मसाले पर तेल आ जाता है |
5- मसाला पक जाने पर आप इसमें दही और चना दाल का मिक्स पेस्ट डालेंगे, और साथ में 1-2 ग्लास पानी, 1-2 छोटा चम्मच नमक डाल कर सभी को अच्छे से मिलाएंगे | यदि आपको लगता है दही खट्टी नहीं है, तो आप इसमें एक निम्बू का रस डाल दीजिये, जिससे निम्बू भी दही के साथ मिल कर पक जाये |
6- सब अच्छे से पानी में मिल जाने के बाद गैस के तेज़ आंच पर आप कढ़ी के घोल को 10-15 मिनट लगातार चलाते हुए पकाये, कढ़ी को तब तक चलाये जब तक कढ़ी में एक उबाल न आ जाये |
7- कढ़ी में उबाल आ जाने पर गैस के आंच को बिलकुल धीमा कर के कढ़ी में तुरंत पकोड़ी डाल कर 1 एक बार और कढ़ी को चलाते हुए धीमे धीमे आंच पर उबाल लें |
8- कढ़ी जब दुबारा उबल जाये तब गैस को बंद कर दें ,
9- अब कढ़ी को एक सर्विंग बाउल में निकालें |
step5 – कढ़ी में तड़का या कढ़ी बघारना (कढ़ी फ्राई) –
1- सबसे पहले हम एक छोटा पैन या एक कलछी लेंगे, अब कलछी में २ छोटा चम्मच सरसों तेल डाल कर मध्यम आंच पर तेल को गर्म करें |
2- तेल जब अच्छे से गर्म हो जाये तब तेल में १/२ छोटा चम्मच राई डालें |
3- राई जब चटकने लगे तब राई में कटी या साबुत लाल मिर्च, करी-पत्ता डाल कर सब को अच्छे से फ्राई करें |
4- अब तैयार किया हुआ तड़का तुरंत ही बाउल में निकले हुए कढ़ी के ऊपर डाल दें |
5- अब इसे आप गरमा-गर्म चावल के साथ सर्व करे |
सुझाव (Suggestion)
1- चना दाल की कढ़ी जितना पढ़ने या लिखने में बड़ा (Lengthy) लग रहा है वैसे इस कढ़ी को बनाना उतना ही आसान होता है |
2- चना दाल की कढ़ी कम से कम 25-30 मिनट में आसानी से बन जाती है | यह कढ़ी मैंने अपने घर के अनुसार 5-6 लोगो के लिए बनाया है |
3- चना दाल घर पर पीस कर कढ़ी बनाने से इसका स्वाद और अधिक बढ़ जाता है, और तो और इसमें कोई भी मिलावट नहीं होती है |
4- पकोड़ी का स्वाद और अधिक बढ़ाने के लिए आप पकोड़ी के बैटर में 1-2 छोटा चम्मच दही या निम्बू रस दाल दें, इस से स्वाद तो बढ़ेगा ही साथ में पकोड़ी अच्छी तरह से फूली-फूली बनती है |
5- कढ़ी के पेस्ट में दही,नमक मिला देने से कढ़ी और खट्टी बनती है साथ ही साथ कढ़ी क्रीमी बनती है |
6- चना दाल की कढ़ी गाढ़ी बनती है इसलिए मैंने 1-2 ग्लास पानी डाला है आप अपने अनुसार पानी कम अधिक कर सकते है |
7- चना दाल की कढ़ी जो एक बार बना के खा लेगा वह फिर कभी बाजार के बेसन से कढ़ी नहीं बनाएगा |
8- चना दाल की कढ़ीका स्वाद जुबान से न उतरने वाला होता है चना दाल कढ़ी बहुत ही स्वदिष्ट और लाजवाब बनता है |
9- चना दाल कढ़ी हो या बेसन का हमारे यंहा इसी मसाले (लहसन मिर्च का पेस्ट) में कढ़ी बनता है | यह बहुत ही टेस्टी बनता है |
10- चना दाल की इस तरीके से बनाई गयी कढ़ी कम मासले में बना होने के कारण आप इसे कभी भी किसी समय किसी भी मौसम में खा सकते है |
11- चना दाल से बनी कढ़ी आप चावल,रोटी, पराठे, पूरी के साथ भी खा सकते है |
आशा है आप सभी को मेरे द्वारा बताई गयी चना दाल से बनी कढ़ी की रेसिपी पसंद आएगी | और आशा है की आप इस रेसिपी को जरूर ट्राई जरूर करेंगे |
Thank You